Dr. Mohammad Suleman, Consultant Diabetologist
बिना वजह वजन घटना डायबिटीज की निशानी हो सकता है। अगर आपको टाइप-1 या टाइप-2 डायबिटीज नहीं है और फिर भी आपका वजन कम हो रहा है, तो ये खतरे की घंटी है। जल्द से जल्द डॉक्टर से जांच कराएं। खासकर टाइप-1 डायबिटीज में जल्दी पता लगाना बहुत जरूरी है, नहीं तो आगे चलकर कई परेशानियां …
डायबिटीज या शुगर की बीमारी दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है और ये रोज़मर्रा की ज़िंदगी को काफी चुनौतीपूर्ण बना देती है। लेकिन सही तरीके और जीवनशैली में बदलावों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि आज की लाइस्टाइल में शुगर कंट्रोल करना किसी चुनौती से कम नहीं है। इसीलिए आज हम …
डायबिटीज मरीजों के लिए शुगर लेवल पर ध्यान देना जरूरी है। शुगर लेवल कम या ज्यादा होने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। वहीं कई बार डायबिटीज मरीजों में ब्लड शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। ये लेवल कई बार 300 mg/dL, 400 mg/dL और इससे भी ज्यादा हो जाता है। इतना …
टाइप-2 डायबिटीज के बढ़ते मामलों ने इसे मैनेज करने और संभावित तौर पर खत्म करने में लोगों की दिलचस्पी बढ़ा दी है। पहले इसे एक ऐसी बीमारी माना जाता था जिसका इलाज नहीं है और जो जीवन भर रहती है, लेकिन हाल की कई रिसर्च ने लाइफस्टाइल में बदलाव करके ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और …
डायबिटीज मरीजों को शुगर कंट्रोल के लिए कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है, इनमें से वजन भी एक जरूरी चीज है। वजन का अनियंत्रित तरीके से घटना या बढ़ना पूरी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज में अक्सर ही वजन को कम करने की सलाह दी जाती है, लेकिन अगर मरीज पहले से ही …
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, मधुमेह संबंधी रेटिनोपैथी (retinopathy meaning in hindi) एक डायबीटीज से संबंधित समस्या है जो समस्या आप की आंखों को प्रभावित करती है। इस समस्या का मुख्य कारण रेटिना में मौजूद रोशनी से सेंसिटिव टिश्यू की रक्तसंबंधी नसों (ब्लड वेसल्स) को होने वाले हानि है। शुरुआती चरण में, डायबिटिक …