मधुमेह रोगी या डाइबीटिक्स के लिए खाना हमेशा एक चिंता का विषय रहता है कि उनके लिए क्या अच्छा है और क्या अच्छा नहीं है। उनका खाना उनके शरीर में मौजूद शुगर लेवल्स पर बहुत प्रभाव डालता है। अपनी शुगर को कंट्रोल करने के लिए एक डाइबीटिक व्यक्ति को अपने खाने से रिफाइंड शुगर और कार्ब्स को दूर रखना चाहिए। साथ ही, उन्हें अपने खाने में साबुत अनाज को ज़्यादा से ज़्यादा शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही कुछ मसाले ऐसे हैं जो ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित रखते हैं जैसे हल्दी, दालचीनी, और मेथी दाना जिन्हें अपनी डाइबीटिक डाइट में शामिल करके उनके फ़ायदे लिए जा सकते हैं। इसके अलावा, मधुमेह के आहार या एक स्वस्थ डाइबीटिक डाइट में फाइबर युक्त फल और सब्जियां आवश्यक रूप से शामिल होनी चाहिए। और, ऐसा ही एक स्वस्थ और फाइबर से भरपूर फल है “अनार”। “क्या मधुमेह रोगियों के लिए अनार अच्छा है?” जानने के लिए इस ब्लॉग को आगे पढ़ें।
अनार कैसा दिखता है?
अनार एक झाड़ीदार, मध्यम से लंबी ऊंचाई वाला प्लांट है। इसमें कई काँटेदार शाखाएँ होती हैं। इस पौधे में चमकदार पतली पत्तियां होती हैं। इसके फूल चमकीले लाल रंग के होते हैं। अनार का खाने योग्य भाग इसका फल है। फलों में दो अलग-अलग भाग होते हैं, बाहरी कठोर पेरिकार्प और एक आंतरिक नरम मेसोकार्प भाग। भीतरी भाग में रसीले दाने होते हैं जिनमें बीज होते हैं। इस रसीले फल के छिलके और गूदे का रंग गहरा लाल होता है।
अनार के दाने बहुत रसदार होते हैं। एक फल में बड़ी संख्या में बीज होते हैं। ये छोटे लाल दाने शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। फिर भी सवाल उठता है कि क्या मधुमेह रोगियों या डाइबीटिक्स को अनार खाना चाहिए या नहीं।
अनार के पौष्टिक तथ्य या न्यूट्रीशनल वेल्यू
क्या आप जानते हैं कि अनार में ग्रीन टी की तुलना में तीन गुना अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। अनार में कई अच्छे व स्वास्थ्यकर पोषक तत्व होते हैं जो निम्नलिखित है।
- अनार डाइटरी फाइबर, फोलेट और पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है। इस प्रकार, यह फल हृदय और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए बेहतरीन विकल्पों में से एक है।
- अनार में पॉलीफेनोल्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। वे फल को गाढ़ा लाल रंग प्रदान करते हैं।
- अनार वज़न घटाने में सहायता करता है, और प्रोस्टेट और स्तन कैंसर से लड़ता है।
- अनार का निम्न जीआई (53) और जीएल इसे मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
- अनार में शक्तिशाली इम्यूनिटी-बढ़ाने वाले पोषक तत्व विटामिन ई, सी, के होते हैं।
आइए जानें इसमें मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा:
अनार में मौजूद पोषक तत्त्व | ||||
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पोषण (100 ग्राम अनार में ) | मात्रा | |||
कैलोरी | 234 | |||
प्रोटीन | 4.7 ग्राम | |||
वसा | 3.3 ग्राम | |||
कार्बोहाइड्रेट | 52 ग्राम | |||
चीनी | 38.6 ग्राम | |||
फाइबर | 11.3 ग्राम | |||
कैल्शियम | 28.2 मिलीग्राम, या दैनिक मूल्य का 2% (डीवी) | |||
आयरन | 0.85 मिलीग्राम, या डीवी का 5% | |||
मैग्नीशियम | 33.8 मिलीग्राम, या डीवी का 8% | |||
फास्फोरस | 102 मिलीग्राम, या डीवी का 8% | |||
पोटेशियम | 666 मिलीग्राम, या डीवी का 13% | |||
विटामिन सी | 28.8 मिलीग्राम, या डीवी का 32% | |||
फोलेट (विटामिन बी9) | 107 एमसीजी, या डीवी का 27% |
सारांश
अनार विटामिन सी, फोलेट, विटामिन ई, पोटेशियम और आहार फाइबर का एक बेहतरीन स्रोत हैं। वे वज़न प्रबंधन और प्रोस्टेट, स्तन कैंसर से लड़ने में बहुत अच्छा काम करते हैं। इसके अलावा, वे प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट से भरे हुए हैं। ये हैं प्यूनिकलगिन्स और प्यूनिकिक एसिड। वे शरीर में ज़हरीले फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मदद करते हैं जो कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।
मधुमेह रोगियों के लिए अनार के फायदे
मधुमेह के रोगियों के लिए अनार अच्छा होता है। अनार में कम जीआई और जीएल होता है जो उच्च ग्लूकोज स्तर वाले व्यक्तियों के लिए उपयोगी होता है। इसके अलावा, यह फल किसी व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध या इंसुलिन रेज़िस्टेंस को कम करने में मदद करता है। इस फल में कई एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफलेमेट्री गुण होते हैं। यह हाई शुगर लेवल की वजह से होने वाले मांसपेशियों में दर्द या थकान को कम करने में मदद करते हैं। इस जूस के फेनोलिक कम्पाउन्ड वैट-मेनेजमेंट में मदद करते हैं और भूख को भी नियंत्रित रखते हैं।
अनार का जीएल मान 18 है। इसका जीएल जीआई के बराबर है। अनार का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसका मतलब है कि यह खाने के पाचन व शुगर अवशोषण को कम करता है। एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोगों को दिन में एक बार अनार के रस या फलों का सेवन ज़रूर करना चाहिए। यह मधुमेह के लक्षणों को मेनेज करने में भी सहायता करता है।
क्या मधुमेह रोगियों के लिए अनार अच्छा है?
मधुमेह एक ऐसी अवस्था है जिसमें शरीर ठीक से इंसुलिन का उत्पादन या प्रयोग नहीं कर पाता। ऐसा इसलिए है क्योंकि अग्न्याशय पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन हार्मोन का स्राव करने में विफल रहता है। इस वजह से शरीर में शुगर या ग्लुकोज़ लेवल बढ़ जाते हैं जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे मेटाबोलिक या किडनी की परेशानियाँ खड़ी हो जाती है।
क्रोनिक इंफलेमेशन टाइप 2 डाईबिटीज़ का एक प्रमुख कारण है। अनार में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स की पुनीकलगिन ( punicalagin ) कैटेगरी एंटी-इंफ्लेमेटरी होती है जो हाई ब्लड शुगर लेवल के वजह से होने वाले मांसपेशियों के दर्द जैसी परेशानियों को कम करने में मदद करती हैं। इसके अलावा, रोजाना सुबह एक गिलास अनार के रस का सेवन मधुमेह रोगियों में एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह हाई शुगर लेवल से उत्पन्न होने वाली हृदय संबंधी जटिलताओं, जो टाइप 2 डाईबिटीज़ में आमतौर पर देखी जाती है, उसे रोकने में मदद करता है।
सारांश
डायबिटीज के मरीजों के लिए अनार फायदेमंद होता है। डाइबीटिक लोग जिन फलों का सेवन कर सकते हैं वो ऐसे फल होते हैं जिनमें निम्नलिखित गुण मौजूद हो:
- एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर
- हाई डाइटरी फाइबर
- कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स
और, अनार इन सभी पोषण लाभों को अपने में शामिल किये हुए है।
अनार के अन्य फायदे
अनार की प्रकृति हल्की मीठी और सुगंधित होती है। यह स्वाद व गार्निशिंग दोनों के लिए उपयोग किया जाता है इसलिए इसे बहुत से लोग सलाद और पेस्ट्री में इस्तेमाल करते हैं। अनार लोगों को अनगिनत वेलनेस इंसेंटिव या स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह फल कई तरह से लाभ पहुंचाता है जैसे:
- गठिया में जोड़ों के दर्द को कम करना
- याददाश्त बढ़ाना और अल्जाइमर रोग से लड़ना
- रक्तचाप और रक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करना
- हृदय रोगों को रोकना और,
- बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ना
इसलिए मधुमेह के रोगी अनार के फल और जूस का सेवन कम मात्रा में कर सकते हैं। सही मात्रा में सेवन करने से इसके अनेक दुष्प्रभाव या साइड-इफ़ेक्ट्स से बचा जा सकता है। इस प्रकार व्यक्ति अपने समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए इस फल को खा सकते हैं। डाइबीटिक डाइट में इस स्वादिष्ट फल को शामिल करने के लिए अपने न्यूट्रीशनिस्ट से बात करें जिससे वो आपकी ज़रूरत के हिसाब से उसकी मात्रा आपके खाने में शामिल करवा सके।
और, यह मात्रा पूरी तरह से व्यक्ति की हेल्थ और शुगर लेवल पर निर्भर करता है। अनार केवल उच्च रक्त शर्करा या हाई शुगर लेवल को नियंत्रित करने में ही फायदा नहीं पहुंचाता बल्कि इसके और भी कई फ़ायदे हैं।
सारांश
अनार में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। वे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। मधुमेह के रोगी अपने स्तर को नियंत्रित रखने के लिए अनार का सेवन कर सकते हैं। इस मीठे फल का निम्न जीआई और जीएल इसे उच्च शर्करा वाले व्यक्तियों के लिए एक बेस्ट फ्रूट बनाता है।
इसके अच्छे लाभ व परिणाम प्राप्त करने के लिए इस फल का सेवन कसरत से पहले या बाद के नाश्ते के रूप में कर सकते हैं। लेकिन लोगों को इस फल का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे कब्ज की समस्या हो हो सकती है।
अनार को अपने खाने में कैसे शामिल करें?
डायबिटीज़ के मरीज़ हाई ब्लड शुगर लेवल होने पर सीधे अनार का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अपने खाने में अगर आप वेराइटी चाहते है तो उसे कई तरह से अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। ऐसे कुछ तरीके हैं:
स्मूदी
मेवा, बीज, अनार के दानों और अन्य फलों का उपयोग करके एक स्वादिष्ट स्मूदी तैयार करें।
टोस्टेड
कुछ अनार के दानों का उपयोग करके एवोकैडो टोस्ट या ग्रिल्ड मीट डिश को गार्निश करें।
सलाद
फ्रूट एरील्स को फ्रूट सलाद या पत्तेदार सलाद में मिलाएं।
स्नैक मिक्स
ऊपर से अनार के दानों का उपयोग करके ग्रीक योगर्ट या ओटमील को गार्निश करें।
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अनार और मधुमेह रोगियों का हृदय स्वास्थ्य
अनार के रस का सेवन मधुमेह के स्वास्थ्य में सहायता कर सकता है। यह उनके दिल की समस्याओं के जोखिम को कम करता है। यह पाया गया कि जिन मधुमेह रोगियों ने 3 महीने तक अनार का रस पिया उनमें एथेरोस्क्लेरोसिस का खतरा कम था। एथेरोस्क्लेरोसिस एक ऐसी अवस्था है जिसमें धमनियां सख्त हो जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बाधित हो जाता है।
इसके अलावा, यह फलों का रस खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। मधुमेह रोगियों को एथेरोस्क्लेरोसिस का अधिक खतरा होता है। यह स्थिति कोरोनरी हृदय रोग, स्ट्रोक, दिल का दौरा, और अन्य रक्त वाहिकाओं की परेशानियों को बढ़ाती है। अनार के रस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मधुमेह से संबंधित दिल से जुड़े इन जोखिमों को कम करने में मदद करते हैं।
कई अनार के रस में शर्करा मुक्त और हानिकारक रूपों में मौजूद हो सकती है। यह शर्करा कई असाधारण एंटीऑक्सीडेंट से जुड़ी होती है। ये इन शर्कराओं को एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी हृदय संबंधी समस्याओं के प्रति रक्षात्मक बनाते हैं जिससे उसका खतरा कम हो जाता है।
सारांश
मधुमेह के रोगी या डाइबीटिक लोगों में शर्करा सही से प्रोसेस नहीं हो पाती इसलिए उन्हें अपने खाने-पीने पर नजर रखनी चाहिए। इन्हें ऐसे फलों के रस का सेवन करना चाहिए जिनमें प्राकृतिक शर्करा हो। इस प्रकार इन फलों के रस का समग्र कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
अनार का रस आजीवन होने वाली बीमारियों और सूजन के खतरे को कम करता है। इसके अलावा, यह अनार पोषक तत्वों के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त करने का एक शानदार माध्यम है। रोजाना अनार का जूस पीने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना अच्छा होता है।
इसके अलावा, मधुमेह रोगियों को रोजाना रक्त शर्करा के स्तर की जांच करनी चाहिए। साथ ही अगर वो फल को खाने के बजाय उसका रस ले रहें हैं तो ध्यान रहे कि इससे उनकी ब्लड शुगर न बढ़े।
FAQs:
क्या डायबिटीज़ के मरीज रोज़ाना अनार का सेवन कर सकते हैं?
मधुमेह रोगी साबुत फल और जूस एक सीमित मात्रा में ले सकते हैं। यह कई हानिकारक दुष्प्रभावों या साइड इफ़ेक्ट्स को रोकने में मदद करने के साथ समग्र स्वास्थ्य पर अच्छा असर करते हैं।
अगर कोई व्यक्ति रोज़ाना अनार का सेवन करे तो क्या होता है?
अनार या इसके रस का नियमित रूप से सेवन करना आपके टाइप 2 मधुमेह को मेनेज करने के लिए एक अच्छी मदद हो सकती है। यह इम्यूनिटी को बनाए रखने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने, त्वचा को चमक देने और पाचन में मदद करने में भी मदद करता है। इसलिए, अगली बार जब आप शाम के नाश्ते का सेवन करना चाहें, तो बस एक अनार का सेवन करें।
क्या अनार का रस रक्त शर्करा या शुगर लेवल को कम करने में सहायता करता है?
अनार का रस पीने के 15 मिनट के भीतर ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह पाया गया कि अनार के रस का एक पेय ग्लूकोज के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
एक व्यक्ति एक दिन में कितने फल खा सकता है?
यूएसडीए के अनुसार, एक व्यक्ति प्रतिदिन 1 1/2 से 2 कप अनार खा सकता है। ये फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और कैलोरी में कम होते हैं।
अनार खाने का सबसे अच्छा समय क्या है?
इसके अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए खाली पेट अनार का सेवन करें। इस फल को खाने का सबसे अच्छा समय सुबह का होता है। लोग इसे कसरत से पहले या बाद के नाश्ते के रूप में भी खाते हैं।
अनार ज़्यादा खाने के क्या नुकसान है?
वैसे ऐसा किसी अध्ययन में साबित नहीं हुआ है की ज़्यादा अनार खाने से कोई नुकसान होता हो लेकिन अनार के अधिक सेवन से व्यक्ति को गंभीर कब्ज की शिकायत हो सकती है। साथ ही, इस फल के अधिक सेवन से लोगों को आंतों में रुकावट हो सकती है।
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