गर्मियों के मौसम में कई ऐसे मौसमी फल आते है जो डीहाइड्रेशन को कम करने के काम आता हैं। इनमें से एक है खरबूजा। खरबूजा में 95% पानी होता है जो तेज़ गर्मी में आपको पानी की कमी से बचाते हैं। साथ ही इसमें भरपूर पोषण भी होता है जो कई स्वास्थ्य लाभ देते है। लेकिन क्या डाईबिटीज़ में खरबूजा खाया जा सकता है? आइए इस ब्लॉग में जानते हैं कि मधुमेह में खरबूजा कितना फ़ायदेमंद है?
खरबूजा लौकी परिवार का एक सदस्य है, जिसे कुकुमिस मेलो के नाम से भी जाना जाता है।
स्क्वैश, कद्दू, तोरी और तरबूज जैसे अन्य पौधे इस परिवार का हिस्सा है। खरबूजे में विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, और फाइटोंकेमिकल्स पाए जाते हैं। साथ ही खरबूजे में एंटीडाइबीटिक और एंटीहाइपरलिपिडेमिक गुण भी पाए जाते हैं। खरबूजे में नेचुरल शुगर पाई जाती है जो इसके मीठे स्वाद के लिए जिम्मेदार है।
खरबूजे की न्यूट्रीशनल वेल्यू – Nutritional Value of Muskmelon in Hindi
यूएसडीए के अनुसार, 100 ग्राम खरबूजे में निम्नलिखित पोषक तत्व होते हैं:
- कैलोरी: 34
- आहार फाइबर: 0.9 ग्राम
- वसा: 0.2 ग्राम
- प्रोटीन: 0.8 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट: 8.2 ग्राम
- चीनी: 7.9 ग्राम
- कैल्शियम: 9 mg
- पोटेशियम: 157 mg
- सेलेनियम: 1.7 mg
- विटामिन सी: 10.9 मिलीग्राम
- फोलेट: 14µg
- विटामिन ए: 232µg
- बीटा कैरोटीन: 2780µg
- विटामिन के: 2.7 mg
खरबूजा में उच्च मात्रा में कैल्शियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, तांबा, पोटेशियम, लोहा, सेलेनियम, जस्ता और फास्फोरस जैसे खनिज पाए जाते हैं।
यह विटामिन बी, के, डी, ई और फोलेट का भी एक अच्छा स्रोत है, ये सभी मिलकर शरीर को ठीक से काम करने में मदद करते हैं।
खरबूजा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स – Glycemic Index of Muskmelon in Hindi
किसी भी खाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स या जीआई यह निर्धारित करता है कि वो खाना आपके शरीर में कितनी जल्दी शुगर लेवल को बढ़ाता है। खाद्य पदार्थों को 3 जीआई श्रेणी में बांटा जाता है, लो जीआई, मध्यम जीआई और हाई जीआई। जितना अधिक जीआई मान होता है वो खाना आपके शुगर लेवल को उतना ही जल्दी बढ़ाता है।
खरबूजे का जीआई 65 होता है, जो मध्यम श्रेणी में आता है। यह हाई जीआई फूड की तुलना में धीरे-धीरे अवशोषित होता है। यह ब्लड शुगर को अपेक्षाकृत धीरे बढ़ाता है। मध्यम जीआई होने के बाद भी यह कम शुगर स्पाइक करता है इसका एक कारण है इसमें मौजूद फाइबर व इसका कम ग्लाइसेमिक लोड जो 3.5-4 होता है।
फाइबर खाने को धीरे पचाता है जिससे ब्लड में शुगर धीरे रीलीज़ होती है और शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। हालांकि, खरबूजे का जीआई मध्यम होता है और यह फाइबर से भरपूर होता है फ़िर भी डाइबीटिक लोगों को इसे खाने में शामिल करते व्यक्त इसकी मात्रा पर जरूर ध्यान देना चाहिए।
खरबूजा और डाईबिटीज़ – Muskmelon & Diabetes in Hindi
क्या मधुमेह में खरबूजा खाना फायदेमंद है, इसका जवाब है हाँ। चूंकि खरबूजा स्वाद में मीठा होता है तो कई लोगों का मानना है कि यह शुगर पेशेंट के लिए सही विकल्प नहीं है, जो की सही नहीं है। खरबूजा में नेचुरल शुगर होती है जो ब्लड शुगर लेवल स्पाइक नहीं करती है।
कई शोध के अनुसार, खरबूजा मधुमेह वाले लोगों के लिए एक स्वस्थ और न्यूट्रीशन से भरपूर भोजन है।
इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-हाइपरलिपिडेमिक, जीवाणुरोधी, एंटीडायबिटिक और एंटीएंजियोजेनिक गुण होते हैं जो कई हेल्थ बेनेफिट्स देते हैं। साथ ही यह विटामिन सी, पोटेशियम और बीटा-कैरोटीन सहित विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। यह एक लो-कैलोरी फल है जो शुगर स्पाइक्स नहीं करता।
खरबूजे का जीआई 65 है जो एक मीडीअम जीआई है इसलिए डाईबिटीज़ पेशेंट इसे अपनी डाइबीटिक डाइट में शामिल कर सकते हैं। हालांकि इसकी मात्रा को अपने कार्ब काउन्ट के आधार पर ही शामिल करें।
खरबूजा एक हाई-फाइबर फल है जो शरीर में पाचन को धीमा कर के ग्लुकोज़ को धीरी रक्त में रिलीज करता है। इससे अचानक शुगर लेवल नहीं बढ़ते और डाईबिटीज़ मेनेजमेंट में मदद मिलती है।
खरबूजा विटामिन सी का एक अच्छा स्त्रोत है जो एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट है। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में फ्री-रेडिकल्स को नष्ट करते हैं जिससे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जैसे डाईबिटीज़, हार्ट प्रॉबलम व कैंसर के रिस्क को कम किया जा सकता है।
इस स्वीट मेलन में अच्छी मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है जो ब्लड शुगर लेवल्स को नियंत्रित रखता है।
इसमें 95% पानी होता है जो डाइबीटिक लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। सही मात्रा में पानी पीने से शुगर स्पाइक को कम किया जा सकता है।
खरबूजा के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Muskmelon in Hindi
डाईबिटीज़ में फ़ायदेमंद – Beneficial in Diabetes
डाईबिटीज़ में एक अच्छी पोषण से भरपूर डाइट लेना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में गर्मियों में इस फल को खाने से कई विटामिन, मिनरल, फाइबर, पानी, एंटीऑक्सीडेंट्स आदि की पूर्ति होती है। यह एक मध्यम जीआई फूड है इसलिए यह शुगर लेवल्स को बहुत ज़्यादा नहीं बढ़ाता है।
साथ ही इसमें मौजूद फाइबर ग्लुकोज़ रीलीज़ को धीमा करता है जिससे शुगर लेवल्स कंट्रोल में रहते है। इसमें मौजूद विटामिन सी, पोटेशियम व अन्य कई न्यूट्रीशन ग्लुकोज़ लेवल को नियंत्रित रखते है। यह एनर्जी भी देता है और पानी की कमी भी पूरी करता है। हालांकि इसकी मात्रा को सीमित रखना ज़रूरी है जिससे यह शुगर लेवल को ज़्यादा प्रभावित ना करे।
इम्यूनिटी बढ़ाता है – Increases Immunity
एक डाइबीटिक पेशेंट को कई संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखने की ज़रूरत है। खरबूजे इम्यूनिटी को मजबूत और बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
यह विटामिन ए और सी का अच्छा स्त्रोत है जो शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं या wbc के उत्पादन को बढ़ाता है। यह wbc बीमारियों और संक्रमणों से लड़ने में शरीर की मदद करती है। इसी के साथ इसमें मौजूद विटामिन ए आंत को स्वस्थ रखते हैं जो इम्यूनिटी या प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त करता है।
हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाता है – Helps in Heart Health
डाईबिटीज़ से जुड़ी जटिलताओं में हृदय रोग भी शामिल है। ऐसे में खरबूजा इस समस्या को सुधारने में सहायता कर सकता है। खरबूजा रक्तचाप के स्तर या ब्लड प्रेशर को बनाए रखने और नियंत्रित करने में मदद करता है।
खरबूजे में पोटेशियम और एडेनोसिन नामक एक अन्य यौगिक भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो दिल के लिए फायदेमंद होते हैं। इस यौगिक में खून को पतला करने वाले गुण होते हैं जो हृदय में किसी भी प्रकार के थक्के को बनने से रोक सकते हैं और atherosclerosis के रिस्क को कम करते हैं।
डायबिटिक नेफ्रोपैथी से बचाता है – Prevents from Diabetic Nephropathy
डायबिटीज की कई खतरनाक जटिलताओं में से एक नेफ्रोपैथी। इस स्थिति में किडनी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है। खरबूजा इस समस्या को दूर करने में सहायता करता है।
इस फल में मौजूद अर्क – ऑक्सीकाइन, इस स्थिति को बनने से रोकता है। इसके अलावा खरबूजे में साधारण चीनी फ्रुक्टोज और ग्लूकोज होती है शुगर स्पाइक्स नहीं करती।
शरीर को हाइड्रेटेड रखता है – Keeps body hydrated
इस फल में उच्च पानी की मात्रा या हाई वाटर कंटेन्ट होता है जो इसे गर्म और उमस भरी गर्मी के महीनों में खाने के लिए सबसे अच्छा फल बनाती है। यह शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है और डीहाइड्रेशन से बचाता है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन और खनिजों भी शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
वैट मेनेजमेंट में मदद करता है – Helps in Weight Management
खरबूजा, वसा और कैलोरी में कम होने के कारण वजन घटाने के लिए एक अच्छा फल हो सकता है। यह फाइबर से भरपूर होता है इसलिए यह आपको ज्यादा लंबे समय तक भरा हुआ रखता है जिससे बार-बार भूख नहीं लगती।
आँखों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है – Helps in Eyes Health
विटामिन ए बीटा केरोटीन से भरपूर यह फल आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है। यह मटियाबिंद बनने से रोकता है और और रोशनी भी बढ़ाता है। विटामिन ए की सही मात्रा खाने से मोतियाबिंद के खतरे को 40% तक कम किया जा सकता है।
पाचन में सहायक – Helpful in Digestion
यह आंत के स्वास्थ्य के लिए एक ज़रूरी फल है। खरबूजे में अच्छी मात्रा में फाइबर और पानी होता है जो आपके पेट को स्वस्थ रखने के साथ माल त्याग को आसान करता है। इससे कब्ज जेसी शिकायत नहीं होती।
इसके अलावा इसकी ठंडी तासीर पेट को शांत और ठंड रखती है जिससे आँतें अच्छे से काम करती है। गर्मियों में मसालेदार गरिष्ठ खाने के बजाय इस स्वास्थ्यवर्धक व ठंडे फल को खाना ज़्यादा बेहतर होता है।
बेहतर त्वचा स्वास्थ्य – Good for Skin Health
खरबूजे में कोलेजन प्रोटीन पाया जाता है जो एजिंग को रोक कर स्किन को कसा हुआ रखता है। इसलिए खरबूजा आपकी स्किन को कसावत देता है। साथ ही इसमें मौजूद कई विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट स्किन को ग्लोइंग और सॉफ्ट रखते हैं।
स्ट्रेस रीलीवर – Stress Reliever
क्या आप जानते हैं खरबूजा आपके स्ट्रेस लेवल को कम कर सकता है? जी हाँ! इसमें मौजूद पोटेशियम एक स्ट्रेस रीलीवर कम्पाउन्ड है जो स्ट्रेस को कम कर के आपको शांत रखता है। यह आपके फोकस को बढ़ाता है और आपको रिलेक्स करता है।
बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाता है – Helps in Hair Health
विटामिन ए शरीर के हर सिस्टम के लिए ज़रूरी है। इसी में से एक है बाल। खरबूजे में मौजूद विटामिन ए सीबम उत्पादन को बढ़ाता है जो बालों के स्वास्थ्य को अच्छा बनाता है। खरबूजे को हेयर मास्क की तरह भी उपयोग किया जाता है जिससे बाल सॉफ्ट और चमकीले होते हैं।
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खरबूजा को खाने में शामिल करने के तरीके – How to Include Muskmelon in your Diet in Hindi
खरबूजे में बहुत से पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो इसे एक फ़ायदेमंद और हेल्दी फ्रूट बनाते हैं। इसे कई तरह से अपने खाने में शामिल कर सकते हैं।
- पूरा पोषण प्राप्त करने के लिए सीधे फल को काट के खाना सबसे बेहतर विकल्प होता है।
- इसे आप दूसरे फलों के साथ सलाद में शामिल कर के भी खा सकते हैं।
- खरबूजे को मिंट के साथ स्क्वाश बना कर
डाईबिटीज़ में एक दिन में खरबूजे की कितनी मात्रा खानी चाहिए – How much Muskmelon a Diabetic should eat in a Day in Hindi
हालांकि यह फ्रूट कई तरह के स्वास्थ्य लाभ देता है लेकिन डाइबीटिक लोगों को इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के लिए इसकी रेकमेंडड एक कप या 120 ग्राम निर्धारित होती है।
इसमें किसी भी प्रकार की चीनी या नामक मिलाने से बचना चाहिए। साथ ही टाइप 2 डाइबीटीज़ वाले लोग इसे खाने के साथ मिला कर डाइट में शामिल न करें।
खरबूजे के साइड इफ़ेक्ट्स – Side Effects of Muskmelon in Hindi
खरबूजे में 95% पानी होता है इसलिए वैसे इसके कोई ज़्यादा नुकसान नहीं है लेकिन अत्यधिक मात्रा में खाने पर इसके कुछ साइड इफ़ेक्ट्स देखे जा सकते हैं जैसे:
- डायरिया
- पेट फूलना/ ब्लोटिंग
- कब्ज़
- शुगर लेवल का बढ़ना: इसको ज़्यादा खाने पर यह शुगर लेवल को बढ़ा सकता है क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर पाई जाती है और इसका जीआई भी 65 मीडीअम जी आई है। इसलिए इसके डाइबीटिक लाभ प्राप्त करने के लिए इसे सीमित मात्रा में खाएं
- जी मिचलाना
- यदि आप खरबूजे के लिए एलर्जिक हैं तो इसे ना खाएं
- जिन लोगों को अधिकतर एसिडिटी की शिकायत रहती है उन्हें खरबूजा खाने से बचना चाहिए।
- यदि आपको सर्दी-जुखाम है तो भी आप खरबूजा खाने से बचें क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है।
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निष्कर्ष – Conclusion
खरबूजा गर्मियों में एक बेहतरीन फल है जो आपके शरीर को ठंड रखने के साथ आपको हाईड्रेटेड रखता है। इसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर, फाइटोंकेमिकल्स आदि पाए जाते हैं। यह शरीर के सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।
यह एक मीडीअम जीआई फूड है और साथ ही इसमे हाई फाइबर कंटेन्ट होता है जो इसे एक अच्छी डाइबीटिक डाइट बनाता है। इसको सीमित मात्रा में खाने से पोषण मिलने के साथ ही शुगर लेवल्स नियंत्री रहते है।
यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा यह हृदय स्वास्थ्य, आँखों के स्वास्थ्य, पाचन, बालों व त्वचा के स्वास्थ्य आदि को भी सुधारता है। इसलिए इसे गर्मियों में अपने खाने में जरूर शामिल करें। लेकिन ध्यान रहे इसमें नमक या शक्कर ना मिलाएं।
सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Question
खरबूजा खाने का सही समय क्या है?
खरबूजे को खाने का सबसे बेहतर व सही समय है सुबह ब्रेकफास्ट में। इसे आप दिन में स्नैक टाइम पर भी ले सकते हैं। लेकिन ध्यान रहें इसे रात में ना खाएं। इसमें शुगर की मात्रा होती है जो रात में अच्छे से अवशोषित व पचती नहीं है। यह आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा यह तासीर में ठंड होता है इसलिए रात में खाने पर इससे सर्दी हो सकती है।
किन लोगों को खरबूजा नहीं खाना चाहिए?
खरबूजा एसिडिटी बढ़ाता है इसलिए यदि आपको पहले से ही एसिडिटी की समस्या रहती है तो इसे अधिक ना खाएं। साथ ही जिन लोगों को सर्दी जुखाम हो या ज्यादातर जुखाम रहता हो वो भी इसे खाने से बचें। इसकी तासीर ठंडी होती है जो शरीर को और ठंडा करता है जिससे सर्दी बढ़ सकती है। कुछ लोगों को इससे एलर्जी भी होतो है इसलिए ऐसे लोग इसे ना खाएं।
खरबूजे के साइड इफ़ेक्ट्स क्या हैं?
वैसे तो खरबूजा एक हेल्दी फ्रूट है पर इसके कई साइड इफ़ेक्ट्स हैं। इसको अधिक मात्रा में खाने से कई समस्याएं हो सकती है जैसे एसिडिटी, ब्लोटिंग, जी मिचलाना, डायरिया, उल्टी, शुगर लेवल बढ़ना, कब्ज़ आदि। इसलिए कोशिश करें की इस पानी और पोषण से भरपूर फल को सीमित मात्रा में खाएं जिससे आप इसके पूरे लाभ उठा सकें।
क्या शुगर पेशेंट खरबूजा खा सकते हैं?
खरबूजे में मध्यम ग्लाइसेमिक इंडेक्स 65 होता है लेकिन कम ग्लाइसेमिक लोड यानि 3.5-4 होता है जो ब्लड शुगर लेवल को बहुत अधिक नहीं बढ़ाता। खरबूजा यदि सीमित मात्रा में लिया जाए तो शुगर पेशेंटस के लिए बहुत अच्छा विकल्प है। इसमें पानी और फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है जो शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है। साथ ही इसमें इसमें वसा, कोलेस्ट्रॉल या कैलोरी नहीं होती है। इसके अलावा इसमें कई ज़रूरी विटामिन व खनिज भी पाए जाते है जो डाईबिटीज़ कंट्रोल में सहायता करते हैं।
संदर्भ – References
https://www.healthifyme.com/blog/muskmelon-for-diabetes/
https://www.fitterfly.com/blog/is-muskmelon-good-for-diabetes/Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal
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