डायबिटीज और खजूर: क्या डायबिटीज के मरीज खजूर खा सकते हैं ? – Diabetes & Date: Can Diabetics eat Date?

Last updated on मार्च 21st, 2023

खजूर एक मीठा, झुर्रीदार, फ्लेशी भूमध्यसागरीय और मध्य-पूर्व देशों में उगाए जाने वाला फल है। यह कई न्यूट्रीशन से पेक्ड होता है जो आपकी हेल्थ के लिए अच्छा माना जाता है। लेकिन क्या इसका मीठा स्वाद डाईबिटीज़ के लोगों के लिए सही है? आइए इस ब्लॉग में जानते हैं कि क्या डाईबिटीज़ के मरीज़ खजूर या डेट्स खा सकते हैं?

Table of Contents

अवलोकन – Overview

डेट पाल्म या खजूर को एक सुपरफूड माना जाता है। इसमें कई प्रकार के न्यूट्रीशन होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। इन्हें या तो फल के रूप में खाया जाता है या इसके मीठे स्वाद की वजह से इनका उपयोग मीठाई, स्मूदीज़ और अन्य मीठे व्यंजनों में किया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम फीनिक्स डेक्टाइलिफेरा है जो ताड़ परिवार (पाल्म फेमिली) में एक फूल वाले पौधे की प्रजाति है। इसमें नेचुरल या प्राकृतिक शुगर पाई जाती है जो सीमित मात्रा में लेने पर डाइबीटिक लोगों के लिए नुकसानदायक नहीं होती। साथ ही खजूर का लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स और हाई फाइबर कंटेन्ट इसे शुगर पेशेंट के लिए सुरक्षित बनाता है। लेकिन ध्यान रहें इसकी मात्रा का आपके शुगर लेवल पर बहुत प्रभाव पड़ता है। 

खजूर की न्यूट्रीशनल वेल्यू या पोषण मूल्य – Nutritional Value of Date in Hindi

100 ग्राम डेट्स में मौजूद न्यूट्रीशनल वेल्यू निम्नलिखित है:

  • कैलोरी: 277
  • कार्ब्स: 75 ग्राम
  • फाइबर: 7 ग्राम
  • प्रोटीन: 2 ग्राम
  • पोटेशियम: 15% डीवी
  • मैग्नीशियम: 13% डीवी
  • कॉपर: 40% डीवी
  • मैंगनीज: 13% डीवी
  • लोहा: 5% डीवी
  • विटामिन बी 6: 15% डीवी

खजूर कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, जिंक और मैग्नीशियम जैसे विटामिन और खनिजों का एक बेहतरीन स्रोत है। इसके अलावा यह एंटीऑक्सिडेंट का भी एक अच्छा स्रोत हैं, जो शरीर में इनफ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।

खजूर खाने से डाईबिटीज़ वाले लोगों में कुल और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार होता है।

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खजूर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स – Glycemic Index of Date in Hindi

खजूर में 35 से 55 तक का कम या लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) होता है, इसलिए खजूर डाईबिटीज़ के लोगों के लिए अच्छे होते हैं, क्योंकि इससे आपके ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की संभावना कम होती है।

किसी भोजन का जीआई यह निर्धारित करता है की वो खान आपके शरीर में ग्लुकोज़ या शुगर लेवल को कितना और कितनी जल्दी बढ़ाता है। लो जीआई फूड शरीर में शुगर लेवल को नहीं बढ़ाते इसलिए डाईबिटीज़ के मरीज़ों को अपने खाने में लो जीआई फूड को शामिल करना चाहिए। 

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खजूर और डाईबिटीज़ – Date & Diabetes in Hindi

एक छोटे खजूर (24 ग्राम) में लगभग 67 kcal कैलोरी और 18 ग्राम कार्ब होता है जो शुगर लेवल्स को बढ़ाने के लिए पर्याप्त है लेकिन फ़िर भी डेट्स को शुगर पेशेंटस के लिए सही माना जाता है। इसकी वजह ही इसका हाई फाइबर कंटेन्ट, लो जीआई वेल्यू और इसमें मौजूद बहुत सारे विटामिन, मिनरल्स एण्ड एंटीऑक्सीडेंट्स।

खजूर में घुलनशील और अगहुलनशील दोनों तरह का फाइबर होता है जो पाचन को धीमा करके शुगर को धीरे धीरे ब्लड में रीलीज़ करते हैं। इसके 100 ग्राम में 7 ग्राम फाइबर होता है जो रोज की ज़रूरत का लगभग 8% होता है।

इससे शुगर लेवल में अचानक स्पाइक नहीं होते। यह हाई फाइबर धीरे शुगर का अवशोषण करते हैं। साथ ही लो जीआई फूड आपके शरीर में कार्बोहाईड्रेट को धीरे तोड़कर काम मात्रा में ग्लुकोज़ रीलीज़ करता है। 

इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व भी शुगर लेवल पर सकारात्मक प्रभाव डालते है। इसमें पाया जाने वाला मिनरल सेलेन‍ियम ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर के शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है और साथ ही ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रखता है। 

इसमें मौजूद गुण इसे डाईबिटीज़ के लोगों के लिए न्यूट्रीशन का एक अच्छा स्त्रोत बनाते हैं लेकिन इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। हर दिन केवल 2-3 खजूर खाए जिससे आपका शुगर लेवल कंट्रोल में रहे। साथ ही इसे ब्रेकफ़ास्ट में शामिल करें जिससे यह पूरे दिन में आसानी से शुगर लेवल को मेनेज कर सके। 

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खजूर के स्वास्थ्य लाभ – Health Benefits of Date in Hindi

खजूर में अनेक प्रकार के पोषण तत्व पाए जाते हैं जो कई स्वास्थ्य लाभ के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। आइए जाने खजूर के हेल्थ बेनेफिट्स या स्वास्थ्य लाभों के बारे में:

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

एंटीऑक्सिडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है और फ्री रेडिकल्स को नष्ट कर के शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं। 

खजूर में एंटीऑक्सिडेंट उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। अन्य ड्राई फ्रूट्स की तुलना में खजूर में सबसे अधिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। खजूर में मौजूद कैरोटेनॉयड्स एंटीऑक्सीडेंट्स आँखों व हृदत स्वास्थ्य को बढ़ाता है इसलिए इससे आँखों और दिल से संबंधित कई समस्याओं से बचा जा सकता है।

इसमें पाया जाने वाला दूसरा एंटीऑक्सीडेंट फ्लेवोनोइड्स है जो डाईबिटीज़ और इनफ्लेमेशन के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। साथ ही यह मस्तिष्क को सशक्त बनाता है

जिससे अल्जाइमर जैसे मस्तिष्क के रोगों को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा फ्लेवोनोइड्स कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकते हैं।

इसमें मौजूद एक और एंटीऑक्सीडेंट फेनोलिक एसिड में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह हृदय संबंधित बीमारियों और कैंसर जैसी बीमारियों के रिस्क को कम करता है।  

पाचन स्वास्थ्य को बढ़ाता है

खजूर में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो कब्ज से पीड़ित लोगों या अनियमित मल त्याग के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता हैं। इसके अतिरिक्त यह मल में अमोनिया की मात्रा को भी कम करता है। यह बोवेल मूवमेंट को सही रखता है। 

कैंसर के रिस्क को कम करता है

खजूर में बीटा डी-ग्लूकेन नामक यौगिक होता है जिसमें एंटी-ट्यूमर गुण होते हैं। साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स को नष्ट करते हैं। यह दोनों कैंसर के रिस्क को कम करने में मदद करते है।  

इन्फेक्शन को रोकता है

खजूर में जीवाणु संक्रमण से लड़ने के गुण होते हैं। खजूर के पीट्स और पत्तियों के अर्क से कई प्रकार के बेक्टेरियल इंफेक्शन जैसे ई-कोलाई और निमोनिया आदि से बचने में मदद करती है।  

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डाईबिटीज़ में सहायक

खजूर टाइप 2 डाईबिटीज़ को रोकने या इलाज करने के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने की क्षमता होती है और इसमें कई ऐसे गुण भी होते हैं जो आंत से ग्लूकोज के अवशोषण की दर को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह डाईबिटीज़ से जुड़े रिस्क को कम करने में मदद करता है। 

किडनी स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद

खजूर में विभिन्न गुण होते हैं जो कठिन परिस्थितियों में आपकी किडनी को स्वस्थ रहने में मदद कर सकते हैं। खजूर का अर्क किडनी में अतिरिक्त प्लाज्मा और क्रिएटिनिन को कम करने में भी मदद कर सकता है जो किडनी स्वास्थ्य में सुधार करता है।

मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ाता है

इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स जैसे इंटरल्यूकिन आपके मस्तिष्क के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। IL-6 (इंटरल्यूकिन 6) की बढ़ी हुई उपस्थिति को अल्जाइमर रोग जैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग के विकास के लिए जिम्मेदार होता है।

खजूर  IL-6 (इंटरल्यूकिन 6) के लेवल को कम करता है जिससे इन बीमारियों से बचा जा सकता है। खजूर एंगजाइटी को कम करता है और मेमोरी और लर्निंग को बढ़ाता है। 

प्राकृतिक लेबर को उत्तेजित करता है

खजूर में मौजूद कई कम्पाउन्ड गर्भवती महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान ऑक्सीटोसीन की ज़रूरत को कम करते है। यह कम्पाउन्ड ऑक्सीटोसीन की तरह काम करते हैं जो लेबर के व्यक्त कोन्टरेक्शन को सरल करता है। 

पुरुषों में फर्टिलिटी में सुधार करता है

खजूर में विभिन्न विटामिन और खनिज मौजूद होते हैं जो शुक्राणुओं की संख्या में सुधार करने और व्यक्ति में लिबीडो बढ़ाने में भी मदद कर सकते हैं। खजूर में फ्लेवोनॉयड्स और विभिन्न अमीनो एसिड होते हैं जो sexual performance को बढ़ाता है।

खजूर में पाए जाने वाले घटक जैसे एस्ट्रोन और स्टेरोल्स पुरुष प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। यह शुक्राणु की गतिशीलता और उनकी संख्या पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। 

हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार

खजूर कई प्रकार के सूक्ष्म पोषक तत्वों जैसे सेलेनियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम और तांबे से भरपूर होते हैं। ये सूक्ष्म पोषक तत्व आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य के विकास में मदद करते हैं और हड्डियों से संबंधित समस्याओं जैसे ऑस्टिओपोरोसिस में सुधार करते हैं। 

त्वचा और बालों के लिए लाभकारी

खजूर में मौजूद विटामिन सी और विटामिन डी त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाता है। यह आपकी एजिंग को धीमा करता है और त्वचा में कसावत लाता है। इसी प्रकार इसमें आयरन होता है जो बालों को हेल्दी बनाने में मदद करता है। 

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नर्वस सिस्टम को मजबूत करता है

खजूर पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो आपके न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। उच्च पोटेशियम वाले खाद्य पदार्थ तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संचार को आसान बनाते हैं। खजूर में सोडियम की मात्रा कम होने से उच्च रक्तचाप की संभावना भी कम हो जाती है जो आपकी नसों को बढ़े हुए ब्लड प्रेशर से सुरक्षित रखने में मदद करता है।

नेचुरल स्वीटनर की तरह उपयोग में लें

इसे आप आर्टीफ़िशियल स्वीटनर के स्थान पर उपयोग किया जा सकता है। यह स्वाद में मीठा होता है लेकिन इसका जीआई कम होता है और इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें नेचुरल शुगर होती है। 

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खजूर को अपने खाने में शामिल करने के तरीके – How to Include Date in your Diet in Hindi

खजूर प्राकृतिक रूप से मीठा होता है इसलिए इसे कई तरह के खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ एक स्वीटनर की तरह भी उपयोग किया जाता है। खजूर को कई तरह से अपने खाने में शामिल किया जा सकता है:

  • खजूर को सीधे अपने खाने में शामिल करें। 
  • इसे ओटमील में मिला कर ब्रेकफ़ास्ट में शामिल करें। 
  • इसे दही में मिला कर खाएं। 
  • इसकी स्मूदी भी बनाई जा सकती है। 
  • इसकी चटनी या जेम भी बनाई जा सकती है।
  • इसे केक, पेस्ट्री, कूकीस आदि में शामिल करें।
  • इसकी भारतीय मिठाई भी बनाई जाती है जो काफ़ी स्वादिष्ट होती है। इसे अन्य मिठाई में एक सामग्री के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।  

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खजूर के दुष्प्रभाव – Side Effects of Date in Hindi

खजूर में कई प्रकार के न्यूट्रीशन पाए जाते हैं जो कई स्वास्थ्य लाभ देते हैं लेकिन इसे सीमित मात्रा में खाना बहुत ज़रूरी है वरना इसके कई दुष्प्रभाव या साइड इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं: 

  • खजूर में कैलोरी अधिक होती है जिससे ज़्यादा खाने से वज़न बढ़ने की संभावना होती है इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही खाएं। 
  • ज़्यादा खाने पर यह शुगर लेवल बढ़ा सकते हैं। इसलिए कम मात्रा में ही खाएं। 
  • खजूर में पोटेशियम की अधिक मात्रा होती है इसलिए किडनी के मरीज़ों को इसकी मात्रा को सीमित रखें या अपने डॉक्टर से परामर्श करें। 
  • कुछ लोगों को खजूर से एलर्जी होती है इसलिए ऐसे लोग इसे खाने से बचें। यदि आपको पेट दर्द, ब्लोटिंग, स्किन रेश, डायरिया जैसे लक्षण दिखते हैं तो आप खजूर खाने से बचें। 
  • इसमें मौजूद सल्फाइट्स अस्थमा से पीड़ित लोगों में वीजिंग  के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। 

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 निष्कर्ष – Conclusion

खजूर ड्राई फ्रूट्स में एक बेहतरीन विकल्प है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सम्पूर्ण स्वास्थ्य को फ़ायदा पहुंचाती है। यह डाईबिटीज़ वाले लोगों के लिए स्वीट का एक अच्छा विकल्प है। इसका जीआई कम होता है साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो शरीर में शुगर के अवशोषण को कम करता है और धीरे धीरे शुगर रीलीज़ करता है।

इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट्स, प्लांट कम्पाउन्ड व कैलोरी कई तरह के हेल्थ बेनेफिट्स देता है। हालांकि डाईबिटीज़ में इसे खा सकते हैं लेकिन इसकी मात्रा का ज़रूर ध्यान रखें।

इसे एक दिन में सिर्फ 2-3 खाएं। इसके अलावा इसे खाने से पहले डॉक्टर से ज़रूर परामर्श लें। खजूर आपके हृदय, मस्तिष्क, हड्डियों, पाचन, स्किन, त्वचा, नर्वस सिस्टम, किडनी आदि के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। 

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सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न – Frequently Asked Questions

क्या में रोज खजूर खा सकता हूँ?

खजूर हेल्दी फूड ऑप्शन होते हैं लेकिन केवल तभी जब मध्यम या सीमित मात्रा में लिया जाए। खजूर के अधिक सेवन से डाईबिटीज़ और वजन बढ़ने जैसे कई साइड इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं। खाली पेट 2-3 खजूर खाने से आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचे रहते हैं। इसे अपने आहार में शामिल करें और इसकी मात्रा पर ध्यान दें।

ज़्यादा खजूर खाने के क्या नुकसान है?

खजूर में कैलोरी अधिक होती है और इसे कम मात्रा में सेवन करना चाहिए। बहुत अधिक खजूर खाने से पेट में दर्द, सूजन, दस्त और त्वचा पर दाने हो सकते हैं।

क्या खजूर ब्लड शुगर कम करते हैं?

अन्य कृत्रिम मिठास वाले एजेंटों या आर्टीफ़िशियल स्वीटनर के बजाय खजूर को अपने खाने में शामिल करने से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और साथ ही इसमें फाइबर इस अच्छी मात्रा होती है जो शुगर लेवल को नियंत्रित रखती है और साथ ही मिठास भी देते है। 

एक डाइबीटिक रोगी एक दिन में कितने खजूर खा सकता है?

डाइबीटिक व्यक्ति को एक दिन में 2-3 खजूर से ज़्यादा नहीं खाने चाहिए। और साथ ही इसे हर दिन ना खाएं। इसे मॉडरेट मात्रा में खाने पर आप इसके स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं। कम मात्रा में खाने पर यह आपके शुगर लेवल पर अधिक प्रभाव नहीं डालता। इसकी मात्रा के बारे में आप अपने डॉक्टर से भो परामर्श ले सकते हैं। 

संदर्भ – Reference

https://www.healthline.com/nutrition/benefits-of-dates

https://pharmeasy.in/blog/20-health-benefits-of-dates-and-date-recipes/Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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