शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं? जानिये फायदे और नुक्सान | Sugar Me Dudh Pina Chahiye

Reviewed By Dietitiann Dt. SEEMA GOEL (Senior Dietitian, 25 Years of Experience) अक्टूबर 12, 2023

Last updated on नवम्बर 15th, 2023

शुगर के मरीजों को अपने डाइट का खास ध्यान रखना पड़ता है। हेल्दी डाइट और बेहतर लाइफस्टाइल अपनाकर आप शुगर से होने वाली समस्याओं से बच सकते हैं। हेल्दी डाइट का मतलब कि जो भी आप खा रहे हैं उसमे फैट कम से कम हो और फाइबर की मात्रा ज्यादा हो, ऐसी चीज़ें अपने डाइट में शामिल करने से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं। अलग-अलग तरह के साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, लीन प्रोटीन, नट्स और सीड्स शुगर के मरीजों के लिए काफी हेल्दी माने जाते हैं, लेकिन बात जब डेयरी उत्पादों की आती है तो स्थिति काफी अलग हो जाती है। शुगर के मरीजों को लगता है की डेयरी उत्पाद उनके लिए हानिकारक हो सकते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। शुगर के मरीज मात्रा को ध्यान में रखकर सावधानी से डेयरी उत्पादों का इस्तेमाल कर सकते हैं। डेयरी उत्पाद जैसे दही, घी, पनीर, चीज़ सभी प्रोटीन, विटामिन और कैल्शियम के अच्छे सोर्स माने जाते हैं, जो सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी हैं। इन सब में अगर हम बात करें दूध की तो सवाल उठता है कि शुगर में दूध पीना चाहिए या नहीं? (Sugar me dudh pina chahie ya nahin) दूध में इतने गुण होने के बाद भी शुगर के मरीजों के मन में दूध को लेकर कई तरह के सवाल उड़ते हैं, जैसे- क्या शुगर में दूध पी सकते हैं (sugar me doodh pi sakte hain), क्या दूध पीने से शुगर बढ़ता है, शुगर में कितना दूध पीना चाहिए, शुगर में कैसा दूध पीना चाहिए, क्या दूध में शुगर है आदि।

आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम इन बातों पर विस्तार से चर्चा करेगें और जानेंगे कि शुगर में दूध पीना चाहिए या नहीं। (Sugar me doodh pina chahiye ki nahin)

Table of Contents

शुगर में दूध पी सकते हैं – Milk in Diabetes in Hindi

शुगर एक ऐसी समस्या है जिसमे आपको अपने डाइट के बारे में काफी सोचना समझना पड़ता है। डाइट में क्या शामिल करना है क्या नही शामिल करना इस बात को लेकर मरीज के साथ-साथ उनके घर वाले भी परेशान रहते हैं। ऐसे में बात आती है दूध की, sugar me doodh pi sakte hain या शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं (sugar me dudh pina chahie ya nahin)। हम सब जानते हैं कि दूध में काफी मात्रा में पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं और अगर हम बात करें शुगर के मरीजों की तो शुगर में दूध पी सकते हैं (sugar me doodh pi sakte hain), लेकिन फुल क्रीम दूध से शुगर के मरीजों को नुकसान हो सकता है। फुल क्रीम दूध में फैट बहुत ज्यादा रहता है। फैट की वजह से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है जिससे हार्ट से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए फुल क्रीम दूध शुगर के मरीजों को नहीं पीना चाहिए।

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शुगर में दूध कितना पीना चाहिए:

दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने के साथ-साथ हमारी इम्युनिटी को भी बेहतर बनाने में योगदान देते हैं। लेकिन अक्सर लोगों से यह सुना गया है की शुगर में दूध नुकसानदायक हो सकता है। वहीं हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो जिन लोगों को शुगर की समस्या है उन्हे एक गिलास से ज्यादा दूध का सेवन नहीं करना चहिए। डायबिटीज ऑर्गनाइजेशन के अनुसार जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ा हुआ होता है या दूध से किसी भी तरह की समस्या है उन्हें 190 ml (एक गिलास) से ज्यादा दूध पीने से बचना चाहिए।

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दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व: 

दूध में प्रोटीन, विटामिन और कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होती है (Is milk good for diabetes in hindi)। अगर देखा जाए तो दूध पोषण के लिए बहुत जरूरी है लेकिन इसमें फैट और कार्ब्स भी पाए जाते हैं जो शुगर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। शुगर में दूध पीते समय उसकी मात्रा और उसके प्रकार का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है। शुगर में लो फैट वाला दूध पीना ज्यादा लाभकारी हो सकता है। शुगर में दूध पी सकते हैं (sugar me doodh pi sakte hain) इस सवाल का अगर सटीक जवाब चाहिए तो हमे बारीकी से दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में समझना होगा।

दूध हमे मुख्य रूप से गाय और भैंस से मिलता है, लेकिन दोनो के दूध में काफी फर्क होता है। इनके बीच के फर्क को समझने के लिए इसमें मिलने वाले पोषक तत्वों के बारे पूरी जानकारी होना जरूरी है।

दूध में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख पोषक तत्त्व:

  • कैल्शियम: हड्डियांं और दांत मजबूत बनाने में कैल्शियम का बहुत बड़ा योगदान होता है। कैल्शियम खून के थक्के रोकने, मांसपेशियों के खिंचाव और नसों के लिए भी बहुत जरूरी होता है।
  • प्रोटीन: दूध में प्रोटीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिससे  मांसपेशियों को बहुत फायदा होता है। प्रोटीन हमारे इम्युनिटी को भी बेहतर बनाने में मदद करता है।
  • फास्फोरस: हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए फास्फोरस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इससे शरीर को उर्जा भी प्राप्त होती है।
  • विटामिन: दूध में विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते हैं जो हमारी इम्युनिटी को मजबूती देते हैं। दूध में पाए जाने वाले मुख्य विटामिन हैं-  विटामिन A, विटामिन B3, विटामिन D, विटामिन B12। इसके साथ-साथ दूध में जिंक, मैग्नेशियम और फोलेट भी पाया जाता है जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है।

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गाय का दूध:

गाय के दूध में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। गाय के दूध में विटामिन, मिनरल्स , कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन पाए जाते हैं। सवाल ये उठता है कि क्या शुगर में गाय का दूध पी सकते हैं, या नहीं, तो जवाब है, हां बिल्कुल पी सकते हैं, क्योंकि गाय का दूध भैंस के दूध की तुलना में हल्का माना जाता है। आप लैक्टोज इन्टॉलरेंट हैं या शुगर की समस्या से परेशान है और ज्यादा फैट नही लेना चाहते तो आपके लिए गाय का दूध सबसे अच्छा हो सकता है। 

गाय के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व:

पोषक तत्व(100 ग्राम में) मात्रा
कार्बोहाइड्रेट 5.26 ग्राम
उर्जा 60 किलो कैलोरी  
सोडियम 44 मिलीग्राम
आयरन 0.14 मिलीग्राम
फैट 3.25 ग्राम
प्रोटीन 3.22 ग्राम
विटामिन A 28 माइक्रोग्राम
विटामिन B1 0.44 मिलीग्राम
विटामिन B2 0.183 मिलीग्राम
विटामिन B12 0.44 माइक्रोग्राम
विटामिन D 40 मिलीग्राम
विटामिन C 2.3 मिलीग्राम
कैल्शियम 113 मिलीग्राम
मैगनीशियम 10 मिलीग्राम
पोटेशियम 143 मिलीग्राम

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भैंस का दूध:

भैंस के दूध में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है और अनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स भी होते हैं। इसमें गाय के दूध की तुलना में ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। भैंस का दूध ज्यादा गाढ़ा होता है इसलिए इसे मक्खन, क्रीम, दही, पनीर और आइसक्रीम के उत्पादन के लिए  एकदम सही माना जाता है।

भैंस के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व: 

पोषक तत्व (100 ग्राम में) मात्रा
प्रोटीन 3.75 ग्राम
फैट 6.89 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट  5.18 ग्राम
ऊर्जा(एनर्जी) 97 किलो कैलोरी
आयरन 0.12 मिलीग्राम
कैल्शियम 169 मिलीग्राम
मैगनीशियम 31 मिलीग्राम
सोडियम 52 मिलीग्राम
पोटैशियम 178 मिलीग्राम
फास्फोरस 117 मिलीग्राम
विटामिन ए  53 माइक्रोग्राम
विटामिन बी1 0.052 मिलीग्राम
विटामिन बी2 0.135 मिलीग्राम
विटामिन बी3 0.091 मिलीग्राम
विटामिन बी5 0.192 मिलीग्राम
विटामिन बी6 0.023 मिलीग्राम 
विटामिन बी9 6 माइक्रोग्राम
विटामिन बी 12 0.36 माइक्रोग्राम
विटामिन सी 2.3 मिलीग्राम

ऊपर दी गई तालिका से पता चलता है भैंस के दूध में गाय के दूध की तुलना में ज्यादा प्रोटीन, ज्यादा फैट और ज्यादा विटामिन A पाया जाता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं लेकिन अगर आप शुगर की समस्या से परेशान हैं तो आपके लिए लो-फैट वाली चीजें ज्यादा लाभकारी हो सकती हैं। गाय के दूध में भैंस के दूध की तुलना में कम फैट पाया जाता है तो हम शुगर में गाय का दूध पी सकते हैं।

विशेष: शुगर के अलग-अलग मरीजों की स्थिति उनके डाइट, लाइफस्टाइल, बीमारी के प्रकार के आधार पर अलग-अलग हो सकती है इसलिए अपने डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले अपने डॉक्टर या डाइट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। 

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शुगर के मरीजों के लिए दूध के फायदे: – Milk for Diabetes Patient in Hindi

हमारे लिए दूध पीने के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन शुगर के मरीजों को दूध पीने से पहले इस बात का ध्यान रखना होगा कि वे किस प्रकार के दूध का सेवन कर रहे हैं। 

अगर आप शुगर के मरीज हैं तो आपको फुल क्रीम दूध पीने से बचना चाहिए इसको वजह से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता। आप टोंड मिल्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। टोंड मिल्क शुगर के मरीजों के लिए सेहतमंद हो सकता है।

अपने डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले अपने हेल्थ एक्सपर्ट या डाइट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। 

पोषक तत्वों की भरमार:

दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D और B12 तथा अन्य जरूरी पोषक तत्त्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये सारे पोषक तत्व हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी होते हैं। 

इंसुलिन सेंसटिविटी:

दूध कैल्शियम का अच्छा सोर्स होता है। कैल्शियम

की वजह से इंसुलिन सेंसटिविटी बढ़ सकती हैं। शुगर के मरीजों के लिए यह बहुत ही जरूरी है जो उनके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद कर सकता है। 

लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स:

दूध का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है। जिन चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्सकम होता है ऐसी चीजें खाने से हमारा ब्लड शुगर लेवल बहुत तेजी से नही बढ़ता है।

लेकिन शुगर के मरीज अपने डाइट में दूध को शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

हाइड्रेट रखने में लाभदायक:

शुगर के मरीजों की सबसे बड़ी चुनौती है अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए बहुत जरूरी है की आप खुद को हाइट्रेड रखें। दूध शरीर में पानी की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में अपना योगदान दे सकता है। 

पाचन में सहायक:

दूध में प्रोटीन और हेल्दी फैट पाए जाते हैं जिस कारण डाईजेशन काफी धीरे-धीरे होता है और कार्बोहाइड्रेट्स सही तरीके से पचता है। इस वजह से ब्लड शुगर लेवल में ज्यादा तेजी से बदलाव नहीं होता है।

शुगर के मरीजों में दूध और डेयरी उत्पादों के प्रति अलग-अलग प्रतिक्रिया हो सकती है। कुछ लोगों में दूध पीने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और कुछ लोगों में ब्लड शुगर लेवल पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है। 

कुछ रिसर्च से पता चलता है की दूध में पाया जाने वाला कैल्शियम इंसुलिन और ग्लूकोज पर सकारात्मक असर दिखाता है। तो हम कह सकते हैं की अगर दूध में फैट कम हो और मात्रा का सही ध्यान रखा जाए तो शुगर में दूध पी सकते हैं (sugar me dudh pi sakte hain)।

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दूध से होने वाले नुकसान:

दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन-ए, विटामिन-डी और अन्य कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।

दूध पीने से काफी फायदे तो हैं लेकिन ज्यादा मात्रा में दूध पीने से सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

फैटी लीवर के मरीजों को दूध पीने से परहेज करना चाहिए।

कई लोग सुबह नाश्ते में दूध पीना पसंद करते हैं और कई लोग रात में सोने से पहले दूध पीते हैं। वैसे तो दूध के बहुत से फायदे हैं लेकिन मात्रा का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है। शुगर के मरीजों को बहुत ज्यादा सावधानी के साथ दूध का सेवन करना चाहिए। आइए जानते हैं ज्यादा दूध पीने के क्या नुकसान हो सकते हैं।

पाचन संबंधी समस्याएं:

कई लोगों को दूध से एलर्जी हो सकती है जिसकी वजह से उन्हें पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।ती है। ज्यादा मात्रा में दूध पीने से सूजन, ऐंठन(क्रैंप) और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

वजन का बढ़ना:

दूध प्रोटीन का बहुत ही अच्छा सोर्स है और इसमें हाई कैलोरी पाई जाती है। जिसकी वजह से आपका वजन बढ़ सकता है। जो अपना वजन कंट्रोल में रखना चाहते हैं उन्हें दूध का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करना चाहिए। 

लैक्टोज इंटॉलरेंस:

लैक्टोज इंटॉलरेंस की वजह से दूध और दूध से बने उत्पादों के कारण एलर्जी की समस्या हो सकती है। बच्चों में ऐसे एंजाइम अच्छी मात्रा में शरीर में बनते हैं जो लैक्टोज को प्रभावी नही होने देते लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ऐसे एंजाइम बनना कम हो जाते हैं जिस कारण लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या हो सकती है। इसमें पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे दस्त, गैस आदि हो सकती हैं।

प्रोस्टेट कैंसर:

कुछ रिसर्च से पता चलता है कि दूध और अन्य डेयरी उत्पाद का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। 

फैटी लीवर की समस्या:

अगर आपको लीवर की किसी भी तरह की समस्या है तो आपको दूध का सेवन नही करना चाहिए। दूध में मौजूद फैट के कारण लीवर में सूजन की समस्या बढ़ सकती है। 

फैटी लीवर की समस्या वाले लोगों को अपने डॉक्टर या डाइट एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही दूध का सेवन करना चाहिए।

हार्ट की समस्या:

दूध और अन्य डेयरी उत्पाद में सैचुरेटेड फैट पाया जाता है जो आर्टरीज में ब्लॉकेज की समस्या का कारण बन सकता है जिससे हार्ट डिजीज होने का खतरा बढ़ सकता है।

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दूध के अन्य विकल्प:

दूध के बहुत से फायदे हैं, लगभग हर उम्र के व्यक्ति के लिए दूध लाभकारी हो सकता है लेकिन कुछ लोगों को दूध आसानी से पचाने में दिक्कत हो सकती है और उन्हें दूध से एलर्जी हो सकती है। दूध में कैसिइन नाम का प्रोटीन पाया जाता है जिसकी वजह से दूध का रंग सफेद होता है। कैसिइन की वजह से कुछ लोगों को दूध से एलर्जी हो सकती है। 

शुगर के मरीजों को भी दूध से दिक्कत हो सकती है क्योंकि दूध में फैट पाया जाता है जिस कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

ऐसे लोगों के लिए दूध के कुछ विकल्प नीचे दिए गए हैं जिनका इस्तेमाल दूध की जगह किया जा सकता है।

एलमंड मिल्क(बादाम का दूध):

बादाम के दूध में गाय के दूध की तुलना में कैलोरी, प्रोटीन और सैचुरेटेड फैट काफी कम पाया जाता है। शुगर के मरीजों के लिए बादाम का दूध बहुत ही अच्छा और लाभदायक विकल्प हो सकता है।

सोया मिल्क:

सोया मिल्क फॉस्फोलिपिड्स का एक अच्छा सोर्स होता है जिससे सूजन की समस्या और हार्ट से जुड़ी समस्या में लाभ मिलता है। सोया मिल्क में आइसोफ्लेवोन्स पाया जाता है जो प्रोस्टेट कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है। इसके साथ-साथ इसके सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को भी कम किया जा सकता है।

ओट्स मिल्क:

ओट्स मिल्क में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रोल कंट्रोल में रहता है जिससे हार्ट की समस्या होने का खतरा काफी कम हो जाता है।

इसमें बीटा ग्लुकेन पाया जाता है जो शरीर में ग्लूकोज और इंसुलिन लेवल को कंट्रोल में रखता है जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। शुगर के मरीजों के लिए ये बहुत ही लाभदायक है।

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नारियल का दूध:

नारियल का दूध ऊर्जा का एक अच्छा सोर्स हो सकता है। इसमें फैटी एसिड पाया जाता है जो पाचन के लिए बहुत फायदेमंद होता है।  की उपस्थिति के कारण नारियल पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि नारियल के दूध में कैंडिडा अल्बिकन्स पाया जाता है जो फंगल इंफेक्शन से बचने में मदद करता है। 

हल्दी वाला दूध: 

डायबिटीज में आप हल्दी वाला दूध भी पी सकते हैं। हल्दी में एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं। हल्दी वाला दूध पीने से इंसुलिन लेवल को ठीक बनाए रखने में भी मदद मिलती है। 

दालचीनी वाला दूध: 

शुगर में आप दूध में दालचीनी मिलाकर भी पी सकते हैं। दालचीनी वाला दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता और शुगर से होने वाली समस्याओं से बचाने में मदद करता है। 

विशेष: दूध के ये सारे विकल्प जरूरी नही सबके लिए एक जैसा ही असर दिखाएं इसलिए अपने डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले अपने डॉक्टर और डाइट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। आपके डॉक्टर आपकी स्थिति के हिसाब से आपको सलाह देंगें।

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निष्कर्ष:

दूध के फ़ायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से चर्चा के बाद इस बात का जवाब मिल जाता है कि डायबिटीज में दूध पीना चहिए या नहीं(sugar me doodh pina chahie ya nahin)। दूध में कई तरह के पोषक तत्व होते है जो शुगर के मरीजों के लिए ज़रूरी है। लेकिन साथ ही इसकी सही मात्रा की जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। सही मात्रा में दूध का सेवन न करने से इसके नुकसान हो सकते हैं खासकर शुगर के मरीजों को। शुगर के मरीजों को फुल क्रीम दूध की जगह टोंट मिल्क या डबल टोंट मिल्क का सेवन करना लाभदायक हो सकता है क्योंकि इसमें फैट बहुत कम और प्रोटीन ज्यादा होता है। जो शुगर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। दूध में लैक्टोस होता है जो कार्बोहाइड्रेट या शुगर का सरल रूप है, इसीलिए इससे ब्लड शुगर लेवल बढ सकता है और शुगर के मरीजों को समस्या हो सकती है।

अपने डाइट में किसी भी तरह के बदलाव से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

क्या दूध पीने से शुगर लेवल कम होता है?

दूध का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और इसमें मौजूद प्रोटीन शुगर को धीरे-धीरे एब्जॉर्ब करता है। दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की वजह से इंसुलिन सेंसटिविटी और ग्लूकोज टॉलरेंस में मदद मिलती है लेकिन शुगर के मरीजों को इसकी मात्रा का ध्यान रखना सबसे ज़्यादा जरूरी है। ज्यादा मात्रा में दूध पीने से शुगर लेवल बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। 

शुगर में कितना दूध पीना चाहिए?

हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ हुआ रहता है उन्हे एक गिलास से ज्यादा दूध नही पीना चाहिए और जहां तक संभव हो सके लो फैट वाला दूध ही पीना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

क्या दूध पीने से शुगर बढ़ता है?

अगर आप एक कप फुल क्रीम दूध पीते हैं तो यह आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है इसलिए लो फैट दूध का सेवन करें, यह आपके ब्लड शुगर लेवल को ज्यादा तेजी से नही बढ़ाता है। 

क्या दूध में शुगर होता है?

जी हां, दूध में लैक्टोज पाया जाता है। लैक्टोज दूध में पाया जाता है इसलिए इसे मिल्क शुगर भी कहा जाता है।
दूध में फैट भी पाया जाता है जो शुगर के मरीजों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है।

क्या शुगर के मरीज रात में दूध पी सकते हैं?

शुगर के मरीजों के लिए टोन्ड दूध सबसे अच्छा माना जाता है रात के खाने के बाद आप इसका सेवन कर सकते हैं। शुगर के मरीज इस बात का ध्यान रखें की रात के खाने में ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का सेवन न करें। ऐसा करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। शुगर के मरीज रात में सोने से पहले लो फैट वाला गुनगुना दूध पी सकते हैं।

क्या शुगर में दूध पी सकते हैं (kya sugar me milk pina chahiye)?

दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है लेकिन शुगर के मरीजों के लिए जरूरी है की वो टोन्ड दूध का सेवन करें फुल क्रीम दूध पीने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal 

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