मधुमेह के रोगी हमेशा फलों के सेवन में सावधानी रखते हैं। उनका मानना है कि फलों में मौजूद प्राकृतिक चीनी उनके ग्लूकोज के स्तर को बढ़ा सकती है। इस कारण वह अपने खाने के चुनाव के समय ज़्यादा सावधान रहते हैं। मधुमेह रोगियों को कम जीआई मूल्य वाले खाद्य पदार्थ और फल खाने चाहिए। अंगूर एक ऐसा फल है जो पॉलीफेनोल्स से भरपूर होता है। कई शोध के अनुसार अंगूर के नियमित सेवन से मेटाबॉलिक सिंड्रोम कम हो सकता है। इसकी वजह हैं अंगूर में उपस्थित मजबूत एंटीऑक्सिडेंट और एंटीइन्फ्लैमेट्री गुण। लेकिन “क्या अंगूर मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे हैं?” इसके बारे में जानने के लिए पढ़ते हैं यह ब्लॉग।
अंगूर की जीआई वेल्यू कम यानि 43 से 53 के बीच होती है। हालांकि यह ज़रूरी नहीं कि कम जीआई, रक्त शर्करा में लाभ पहुंचाता ही है। अंगूर का किसी भी रूप जैसे की फल, जूस या अर्क में सेवन रक्त शर्करा के नियंत्रण में सहायता करता है। इसकी मुख्य वजह हैं उसमें मौजूद आश्चर्यजनक फाइटोन्यूट्रिएंट्स। साथ ही, अंगूर बेहतर इंसुलिन नियंत्रण प्रदान करने के साथ-साथ इंसुलिन संवेदनशीलता को भी बढ़ाता है। सभी प्रकार के अंगूर अर्थात हरे, लाल या नीले-बैंगनी रंग मधुमेह वाले लोगों के लिए अच्छे होते हैं। यहां तक कि इसके बीज का अर्क भी मेटाबॉलिक सिंड्रोम को रोकता है। इसके अलावा, यह आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है।
क्या मधुमेह रोगी अंगूर खा सकते हैं?
स्पाइकिंग ब्लड शुगर पर अच्छा नियंत्रण रखने के लिए, इसे नियमित रूप से मॉनिटर करने की सलाह दी जाती है। कुछ खाद्य पदार्थ ग्लूकोज के स्तर को कम रखने में मदद करते हैं, जैसे कुछ फल। टाइप 2 मधुमेह तब होता है जब किसी व्यक्ति का अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन बनाने में विफल रहता है। इससे रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि होती है। इसके अलावा, यदि ग्लूकोज के स्तर की अनदेखी की जाए या समय-समय पर परीक्षण नहीं किया जाए, तो स्ट्रोक जैसी हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम बढ़ सकते है। इसलिए ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए खान-पान में कुछ परिवर्तन आवश्यक हैं। डायटीशियन के अनुसार अगर मधुमेह रोगी अंगूर को अपने भोजन में शामिल करें, तो ग्लूकोज पर अच्छा नियंत्रण किया जा सकता है।
एक अध्ययन के अनुसार, मधुमेह रोगियों में एक आम धारणा मौजूद है कि उन्हें अंगूर नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसमें चीनी होती है। क्योंकि यह माना जाता है कि फल में चीनी होती है, जो किसी व्यक्ति के रक्त शर्करा को बढ़ाती है।
अंगूर में मौजूद तत्व ब्लड शुगर के स्तर को कम करते हैं। एक अध्ययन में, यह पाया गया कि जो लोग रोजाना 20 ग्राम अंगूर के अर्क का सेवन करते है, उनमें प्लेसीबो समूह की तुलना में रक्त शर्करा का स्तर कम पाया गया था।
एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि रेस्वेराट्रोल अंगूर की खाल में मौजूद एक घटक है। यह इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही, शरीर में शर्करा के प्रसंस्करण में सुधार करता है और शर्करा के स्तर को कम करता है। Resveratrol कोशिका झिल्ली पर ग्लूकोज रिसेप्टर्स की संख्या बढ़ाने में मदद करता है। इस प्रकार, ग्लूकोज के स्तर पर अनुकूल प्रभाव डालता है।
जो मधुमेह रोगी अक्सर इसे खाते है, उनमें मधुमेह की समस्या कभी नहीं बढ़ेगी क्योंकि इस फल में ऐसे घटक होते हैं जो शरीर को बढ़ती शर्करा से बचाते हैं। अंगूर किसी व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जाने जाते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन से इन लोगों में मधुमेह के बढ़ने का खतरा काफी कम होता है। मधुमेह रोगियों को अपने आहार में विटामिन, खनिज और फाइबर वाले फलों को अवश्य शामिल करना चाहिए।
सारांश
अंगूर मधुमेह वाले लोगों के लिए सुरक्षित और लाभदायक फलों में से हैं। यह स्वाद के साथ-साथ कई पोशाक तत्वों से भरपूर होता है।
अंगूर की पोषण संबंधी जानकारी
एक कप लाल या हरे अंगूर में निम्नलिखित पोषक तत्व पाए जाते हैं:
- 100 कैलोरी
- 27 ग्राम कार्ब्स
- 1 ग्राम प्रोटीन
- 1 ग्राम फाइबर
- 0 ग्राम वसा
- 288 मिलीग्राम पोटेशियम
- 3 मिलीग्राम सोडियम
इस फल की सुझावित सरविंग साइज़ 17 है जिसमें शामिल है:
- 57 कैलोरी
- 15 ग्राम कार्ब्स
- 0 ग्राम वसा
- 0.6 ग्राम प्रोटीन
- 1 ग्राम फाइबर
- 159 मिलीग्राम पोटेशियम
- 1.7 मिलीग्राम सोडियम
सारांश
आधा कप अंगूर 50 कैलोरी प्रदान करता है। यह फल स्वाभाविक रूप से मीठा होता है और इसमें कोई चीनी नहीं होती। मधुमेह लोगों के लिए स्वाभाविक रूप से मीठे अंगूर एक अच्छा विकल्प होते हैं जिनका कोई नुकसान नहीं होता। लाल अंगूर में फाइबर होता है, साथ ही एक विविध प्रकार का कार्ब भी मौजूद होता है। इससे ब्लड शुगर नहीं बढ़ती। अंगूर में ग्लूकोज होता है जो एक रासायनिक प्रक्रिया के दौरान शरीर द्वारा अवशोषित हो जाता है।
इसलिए इसका सेवन करने के बाद व्यक्ति तुरंत सक्रिय व ऊर्जानवित महसूस करता है। मधुमेह रोगियों के लिए सुबह खाली पेट अंगूर खाना और भी अधिक फायदेमंद होता है। मधुमेह के अलावा अंगूर खाने से दिल भी स्वस्थ रहता है और रक्तचाप की समस्या को भी रोका जा सकता हैं। मधुमेह में रक्तचाप और हृदय संबंधी समस्याएं बहुत जोखिम भरी साबित हो सकती हैं।
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मधुमेह वाले लोगों के लिए अंगूर के फायदे
अंगूर में मौजूद अधिक फाइबर मधुमेह वाले लोगों के लिए इसे फलों का एक अच्छा विकल्प बनाती है। फाइबर समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायता करता है क्योंकि यह शरीर द्वारा अवशोषित नहीं होता है। इसके स्थान पर यह आंत और पेट से होकर गुजरता है। मधुमेह वाले लोगों के लिए, फाइबर कई तरह से मदद करता है जैसे:
- खराब कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा दिलाने में
- मल त्याग को सामान्य करने में
- शरीर में प्रवेश करने वाली चीनी की मात्रा में देरी करता है।
इसके अलावा, अंगूर में उपस्थित फाइबर मोटापे से जुड़े मधुमेह में भी सहायता करता है। अंगूर आपकी भूख को जल्दी मिटाने के साथ कम कैलोरी में ही भरपूर ऊर्जा प्रदान करता है।
इसमें कई महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज से भरपूर होते हैं। अंगूर में शामिल पोषक तत्व हैं:
- विटामिन बी6, बी2, सी, के
- मैंगनीज
- पोटैशियम
- ताँबा।
- विटामिन K रक्त के थक्के जमने में मदद करता है। और, विटामिन सी शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट
एंटीऑक्सिडेंट आवश्यक यौगिक हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव के लिए जिम्मेदार फ्री रैडिकल डैमेज के खिलाफ शरीर को सुरक्षा प्रदान करते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट अंगूर की बाहरी त्वचा और बीजों में मौजूद होते हैं। अंगूर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट हैं:
- anthocyanins
- रेस्वेराट्रोल
- बीटा कैरोटीन
- विटामिन सी
अलग-अलग अंगूर प्रकार में विविध एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये यौगिक फल के रंग और पोषण के लिए जिम्मेदार होते हैं।
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रक्त ग्लूकोज को कम करता है
रेस्वेराट्रोल भोजन के बाद किसी व्यक्ति के शरीर द्वारा ग्लूकोज को नियंत्रित करने में सहायता करता है। इसमें उपस्थित इसी रासायनिक यौगिक की वजह से, मधुमेह रोगी अपने ग्लूकोज के स्तर को बेहतर ढंग से मैनेज कर पाते हैं।
एक अध्ययन में, यह पाया गया कि जिन लोगों ने रोजाना 20 ग्राम अंगूर के अर्क का सेवन किया, उनमें ग्लूकोज का स्तर उन लोगों से काम था जिन्होंने अंगूर का सेवन किसी भी रूप में नहीं किया। ग्लाइसेमिक इंडेक्स का लक्ष्य यह पहचानना होता है कि कार्ब्स किस हद तक ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं और अंगूर में यह जीआई कम होता है।
अंगूर में फ्रुक्टोज नामक चीनी मौजूद होती है।
1 कप अंगूर में 23 ग्राम फ्रुक्टोज (फ्रूट शुगर) होता है लेकिन अंगूर की एक सर्विंग का जीआई मान 25 है, जो अन्य फलों की तुलना में बहुत कम है। मधुमेह वाले व्यक्तियों के लिए अंगूर मूल्यवान हो सकते हैं क्योंकि उनकी जीआई रैंक बहुत कम होती हैं। उच्च रक्त शर्करा वाले लोगों के लिए अंगूर का सीमित मात्रा में सेवन स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता हैं।
एंटीइनफ्लेमेट्री/सूजनरोधी
अंगूर में अच्छी मात्रा में रासायनिक यौगिक एंथोसायनिन होता है जो एंटीइनफ्लेमेट्री होता हैं। वे किसी व्यक्ति के शरीर में ईनफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं।
रक्तचाप को नियंत्रित करता है
इसमें लगभग 151 ग्राम पोटैशियम होता है। और, यह खनिज किसी व्यक्ति के रक्तचाप को नियंत्रित करने का एक महत्वपूर्ण कारक है। अंगूर में पाया जाने वाला पोटैशियम हृदय वाहिकाओं में रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। साथ ही, यह हृदय रोगों और स्ट्रोक से बचाव में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करता है
इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि 3 कप लाल अंगूर खाने से कई मधुमेह रोगियों में खराब और कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। इस प्रकार, व्यक्ति के लिए उपयुक्त डाइट के लिए डॉक्टर से परामर्श करें।
अंगूर के अन्य लाभ
- अंगूर पाचन में सहायक के रूप में काम करते हैं और आंखों के लिए अच्छे होते हैं।
- इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट सूजन को कम करते हैं, उम्र बढ़ने की गतिविधियों या एजिंग को कम करते हैं, और मस्तिष्क के काम करने में सुधार करते हैं।
- अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं, उच्च रक्तचाप से बचाव करते हैं, साथ ही डिस्लिपिडेमिया से भी बचाव करते हैं।
- इसमें मौजूद सैपोनिन्स हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- इसमें मौजूद क्वेरसेटिन अल्जाइमर रोग से बचाता है।
सारांश
अंगूर में विटामिन सी और के और अन्य फाइटोकेमिकल्स होते हैं। ये सभी पोषक तत्व व्यक्ति को कई पुरानी बीमारियों से बचाते हैं। मधुमेह के रोगी अपने भोजन में अंगूर को शामिल कर सकते हैं। अंगूर का निम्न जीआई ग्लूकोज के स्तर में वृद्धि का कारण नहीं बनता है। इस प्रकार, अंगूर मधुमेह वाले लोगों के लिए कई आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
क्या मधुमेह रोगियों के लिए अंगूर के अधिक सेवन से कोई जोखिम है?
अंगूर के अधिक सेवन से दस्त और पेट दर्द हो सकता है। इसलिए, अंगूर की खाल से कीटनाशक निकालने के लिए उन्हें सावधानी व अच्छे से धोना महत्वपूर्ण है।
अंगूर का सेवन करने के विभिन्न तरीके:
- यह एक स्वास्थ्यवर्धक फल है इसलिए आप इसका अलग-अलग तरीकों से आनंद ले सकते हैं जैसे:
- इसको फ्रीज करें। इसे एक फास्ट स्नैक के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसे काट कर स्परकलिंग वाटर में मिल कर पी सकते हैं।
- अंगूर को ठंडा करें और उन्हें पास्ता सलाद, चिकन या किसी सी फूड में शामिल करें।
- स्मूदी बनाते समय कुछ अंगूरों साथ में ब्लेन्ड कर सकते हैं।
- पनीर के साथ भी कुछ अंगूर खाए जा सकते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का एक स्वस्थ मिश्रण प्रदान करता है।
सारांश
मधुमेह रोगियों को अपने फलों के सेवन के प्रति सावधान रहना चाहिए। हालांकि, फल मधुमेह को मैनेज करने के लिए डाइट का एक ज़रूरी हिस्सा होना चाहिए लेकिन किसी भी फल को खाते समय उसकी मात्रा की जानकारी व नियंत्रण बहुत महत्वपूर्ण है। अंगूर बहुत पौष्टिक फल हैं और मधुमेह रोगियों के लिए सुरक्षित भी। लोग उन्हें अपनी मधुमेह डाइट में शामिल कर सकते हैं क्योंकि वे ग्लूकोज के स्तर में नुकसान या वृद्धि नहीं करते।
इसका सेवन टाइप 2 मधुमेह के विकास की संवेदनशीलता को कम करने में मदद करता है। यह एक अच्छा स्नैक विकल्प है और इसमें उपस्थित फाइबर से आपका पेट भर हुआ लगता है। इस प्रकार, डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ के साथ परामर्श कर के आप अपनी जरूरतों के हिसाब से अपनी डाइट प्लान कर सकते हैं।
सामान्यतया पूछे जाने वाले प्रश्न:
किस अंगूर में कम चीनी होती है?
काले अंगूरों में 82% पानी होता है। और, यह उन्हें प्राकृतिक शर्करा से भरपूर होने के बावजूद कम कैलोरी वाला भोजन बनाता है।
क्या हरे अंगूर मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे हैं?
अंगूर का कम जीआई मधुमेह रोगियों के लिए सहायक हो सकता है। सही मात्रा में अंगूर का सेवन मधुमेह वाले लोगों के लिए बहुत लाभकारी होता है।
एक व्यक्ति प्रतिदिन कितने अंगूर खा सकता है?
एक दिन में एक व्यक्ति द्वारा औसतन 1.5 से 2 कप अपने खाने में शामिल करना आदर्श माना जाता है।
लाल अंगूर या हरे अंगूर में से कौनसा लाभदायक है?
लाल अंगूर में उपस्थित एंथोसायनिन इसे हरे अंगूर से ज़्यादा फ़ायदेमंद बनाते हैं। यह मूल रूप से हरे अंगूरों की एक अच्छी म्यूटेन्ट किस्म है। एंथोसायनिन फल को लाल और बैंगनी रंग प्रदान करता है। साथ ही फाइटोन्यूट्रिएंट मधुमेह के अलावा कैंसर, मोटापा, हृदय रोगों को रोकने में मदद करता है।
References:
- https://www.healthline.com/health/fruits-for-diabetes
- https://www.medicalnewstoday.com/articles/worst-fruits-for-diabetics
Last Updated on by Dr. Damanjit Duggal
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